दुनिया भर में मौजूद अमेरिकी दूतावासों और अमेरिका के विदेश मंत्रालय के बीच हुए गोपनीय संदेशों के आदान-प्रदान का खुलासा करने वाली वेबसाइट विकिलीक्स ने भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए आंदोलन का श्रेय लिया है।
विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज ने एक सार्वजनिक बहस में कहा, 'अमेरिकी दूतावासों के गोपनीय संदेशों के प्रकाशन से भारतीय मीडिया को मदद मिली। उसने इनकी मदद से लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के लिए प्रेरित किया।'
गौरतलब है कि एक भारतीय अखबार ने हाल में विकिलीक्स पर जारी गोपनीय अमेरिकी केबल्स से जुड़ी खबरें छापी थीं। उसने ऐसी खबरों को 21 बार अपने मुखपृष्ठ पर छापा। अमेरिकी दूतावास के एक केबिल में इस बात का जिक्र था कि यूपीए सरकार ने विश्वास मत की खातिर सांसदों को घूस दी थी। ऐसा उसने भारत और अमेरिका के बीच न्यूक्लियर डील की राह में आ रहे रोड़े हटाने के लिए किया था।